बाराबंकी| फर्जीवाड़ा कर 25 जिलों में नौकरी करने वाली मैनपुरी की शिक्षिका अनामिका शुक्ला की गिरफ्तार के बाद उत्तर प्रदेश से एक के बाद एक जालसाजी के मामले सामने आ रहे हैं.
ताजा मामला शनिवार को बाराबंकी जिले से आया. यहां नाम बदलकर शिक्षक की नौकरी करने वाले प्रधानाध्यापक सहित तीन अध्यापकों का खुलासा हुआ. अब इनकी सेवा समाप्ति के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

इन सभी शिक्षकों को 15 दिन का मौका दिया गया है. इस दौरान वे अपना पक्ष रख सकते हैं.
नोटिस के बाद से ही गायब हैं तीनों शिक्षक
दरअसल, बाराबंकी की तहसील हैदरगढ़ ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पट्टी के सहायक अध्यापक रजत, सीठूमऊ के अभिषेक त्रिपाठी, रामनगर के नारायनपुर प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शशिकांत मिश्रा को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नोटिस भेजी है.
जिसमें आरोप लगाया गया है कि यह शिक्षक नाम बदलकर नौकरी कर रहे थे. जब इनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया तो उसका जवाब भी नहीं दिया गया और न ही कार्यालय में आकर अपना पक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं. यह शिक्षक स्पष्टीकरण तलब करने के बाद से गायब हैं.
15 दिन में पक्ष रखने का मौका
बाराबंकी के बीएसए वीपी सिंह ने बताया कि तीनों शिक्षकों की सेवा समाप्ति की जा रही है. जिसकी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इन शिक्षकों को नोटिस भेजकर 15 दिन का और समय दिया गया है ताकि वह कार्यालय आकर अपना पक्ष प्रस्तुत करें.
जिले में फर्जी शिक्षकों का रैकेट पकड़ा जा चुका है. आरोपी इस समय जेल में हैं. इसके अलावा लगभग एक दर्जन से अधिक शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है. ये ऐसे शिक्षक हैं जो फर्जी पत्रावलियों के दम पर नौकरी कर रहे थे. अभी भी एक दर्जन से अधिक शिक्षक रडार पर हैं.